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... आरक्षण पाकर भी क्या हुआ? ओपन 50 परसेंट मे बहुत कुछ मिल जाता था।
Shrawan Deore's Timeline
38 mins ·
क्षत्रिय जमिनदार जैसे जाट, मराठा जातीयों ने अारक्षण की मांग 15 साल से कर रहे थे। मैने उसी वक्त उनको इशारा दिया की,' आप सत्ता मे हो तो, किसी तरह आरक्षण पा लेंगे, मगर Political power हमेशा के लिए खो देंगे।
(पढो मेरी किताब ''ओबीसी जातींसाठी 42 कलमी कार्यक्रम'' 2003, मराठी) मगर उन्होने मेरी एक नही सुनी।
आज जाट, मराठा को आरक्षण तो मिल गया मगर परिणामस्वरूप अब उनकी सत्ता हमेशा के लिए चली गयी। उधर हरियाना मे नॉन-जाट खत्तर मुख्यमंत्री हो रहे और इधर महाराष्ट्रा मे ब्राह्मीण फडणवीस।
कहते है जमिनदारों की ताकत घुटने मे रहती है।
... आरक्षण पाकर भी क्या हुआ? ओपन 50 परसेंट मे बहुत कुछ मिल जाता था।
अब ओपन का रास्ता इन क्षत्रियों के आरक्षण की वजहसे सब बहुजनों (SC,ST, OBC) को हमेशा के लिए बंद हो गया है।
अब सडो अपने अपने कॅटेगिरि के छोटे तालाब मे।
आप कितनी भी कोशीश करले... उनके पास निकलने के लिए रास्ते भी है और सत्ता भी।
क्यों की उनकी ताकत दिमाग मे है। आप के पास क्या है? जो भी है वो तो घुटने मे ही है। तिसरी मंझील तो खाली है!!!
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